विचार्रों का आदान प्रदान

शब्दों के चक्रव्यूह को समझना एक कवि के लिए कुछ इस तरह से जरूरी है, की हर कविता कुछ वादों, इरादों और शब्दों के सुर ताल के मिश्रण के बिना अधूरी है

आयें है महान कवि हमारे भारत देश में कई , और आयेंगे आगे भी अभी,मगर एक महान कवि बनने के लिए जो नाम कमा गए उनके पद चिन्हों पर चलना बेहद जरूरी है

कविता चाहे वीर रस हो या श्रृंगार रस, या फिर प्रेम रस, बस हर रस के लिए शब्द रस को समझना जरूरी है

है ये मेरी रचना आपसे कुछ विचार्रों के आदान प्रदान के लिए, जो की आपके शब्दों के आगमन के बिना अधूरी है

Sunday, December 5, 2010

जीवन की राह

जीवन  की  राह में कश्ती कुछ इस तरह से चलाना
की राह भी ठान ले, की है उसे राही को उसकी मंजिल तक पहुंचाना
सच की खोज में स्वयं को कुछ  इस तरह डुबोना
की झूठ भी समझ ले, की है उसे सच की चाह पर ही जाना
दुःख के सागर में तुम गोते कुछ इस तरह से लगाना
की सुख भी जान ले, की नहीं है तुम्हारे पास दुःख में जीने  का कोई बहाना
 

2 comments:

  1. I liked these lines. Great lines. Looks like you just started working on this website which looks great. Thanks for a wonderful experience. Keep writing.

    - kartik

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  2. Hey, Thanks Kartik for your comment.

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