ऐ रब मेरे हो इश्क का कोई चेहरा तो मुझे भी दिखा जा
ऐ रब मेरे हो इश्क का कोई रंग तो मुझ पर भी चढ़ा जा
में तो अपने पिया के रंग में मतवाली हो गयी रे
है अगर ये ही इश्क तो मुझे भी ज़रा बता जा
कहते हैं लोग मुकमल जँहा हर किसी को नहीं मिलता
किसी को इश्क का दरिया मिलता है तो किसी को इश्क में तिनके का आसरा भी नहीं मिलता
में तो उनके दीदार भर से ही इश्क के दरिया में डूब जाती हूँ
ऐ मेरे रब है अगर ये ही मुकमल जहाँ तो सच कहूं कोई भी जहाँ इश्क के बिना मुकमल होही नहीं सकता
कहना चाहती हूँ में तुमसे कुछ आज
समझ सकते हो तो समझ जाओ दो लब्जो में मेरे अनकहे कुछ ज़ज्बात
ज़िन्दगी की बस एक तमन्ना थी की हमें भी कोई इश्क में डूबा जहाँ मिले
मगर आज तमन्ना है इस दिल को हर जन्म में तुम्हारे इश्क का ही आसरा मिले
ऐ रब मेरे हो इश्क का कोई रंग तो मुझ पर भी चढ़ा जा
में तो अपने पिया के रंग में मतवाली हो गयी रे
है अगर ये ही इश्क तो मुझे भी ज़रा बता जा
कहते हैं लोग मुकमल जँहा हर किसी को नहीं मिलता
किसी को इश्क का दरिया मिलता है तो किसी को इश्क में तिनके का आसरा भी नहीं मिलता
में तो उनके दीदार भर से ही इश्क के दरिया में डूब जाती हूँ
ऐ मेरे रब है अगर ये ही मुकमल जहाँ तो सच कहूं कोई भी जहाँ इश्क के बिना मुकमल होही नहीं सकता
कहना चाहती हूँ में तुमसे कुछ आज
समझ सकते हो तो समझ जाओ दो लब्जो में मेरे अनकहे कुछ ज़ज्बात
ज़िन्दगी की बस एक तमन्ना थी की हमें भी कोई इश्क में डूबा जहाँ मिले
मगर आज तमन्ना है इस दिल को हर जन्म में तुम्हारे इश्क का ही आसरा मिले